सभी का स्वागत है।
प्रकृति पर निबंध
प्रकृति(Nature) ।। एक सच्चा मित्र
1. प्रकृति- एक अदभुत वरदान
प्रकृति ईश्वर द्वारा प्रदान किया गया पूरे
प्रकृति ईश्वर द्वारा प्रदान किया गया पूरे
संसार के लिए एक वरदान है। प्रकृति हमारी
सबसे अच्छी अध्यापक(Teacher) है। ये हमे
कुछ न कुछ शिक्षा देती रहती है,बस जरूरत
है थोड़ा प्रकृति की ओर ध्यान देने की।
मनुष्य बहोत कुछ प्रकृति से सिख लेकर ही
किया है। गुरुत्वाकर्षण(Gravitation) का
ज्ञान वैज्ञानिक 'न्यूटन' ने प्रकृति से ही देख
कर सिखा है।
2. प्रकृति-हमारी 'माँ'
हम सभी इस प्रकृति के बच्चे हैं। प्रकृति
हमारी ऐसी 'माँ' है जो हमारे जीवन के शुरु
होने से अन्त तक कुछ न कुछ हमारे लिए
करती ही रहती है। किन्तु आज के बदलते
युग में हम अपने प्रकृति रुपी 'माँ' की रक्षा
नही कर पा रहे हैं। हम पूरी तरह से इसे नष्ट
कर रहे है, भारी मात्रा में पेड़-पौधे काट रहे
हैं,जीव एवं अन्य समस्त प्राणियों को अपने
स्वार्थ के लिये मार रहे हैं।
3.मानव जाति के सच्चे मित्र
प्रकृति(Nature) हमारा सबसे अच्छा मित्र
3.मानव जाति के सच्चे मित्र
प्रकृति(Nature) हमारा सबसे अच्छा मित्र
है क्योंकि हम पृथ्वी के एक भाग प्रकृति पर
रहते है जिसकी सौंदर्य अदभुत है। प्रकृति
ही हमे पीने को पानी,शुद्ध वायु ,अच्छा
भोजन,आवास,आश्रय आदि प्रदान करता
है,जिसके कारण मानवी जाति एक अच्छा
जीवन व्यतीत कर पाता है।
पूरी मानव जाति को चाहिए कि बिना
प्रकृति को नुकसान पहुंचाए इसका आनन्द
लिया जाए। पर्यावरण और प्रकृति को
विनाश के गर्त में जाने से रोकने के लिए इसे
हमे स्वच्छ रखना चाहिए। प्रकृति का हमे
सदैव आदर और सम्मान करते हुए इसकी
सुन्दरता को कायम रखना चाहिए।
4. मुख्य बिन्दु
ईश्वर ने मानव को जीवित रहने के लिए एक
अमुल्य वस्तु प्रकृती(Nature) दी
है,जिसके लिए हम मानव जाति ईश्वर के
सदैव ऋणी रहेंगे। हम सभी जानते हैं कि
"प्रकृति(Nature)" समस्त पृथ्वी पर रहने
वाले जीवों के लिए कितनी आवश्यक
है,"प्रकृति(Nature) है तो हम है" अन्यथा
हमारा अस्तित्व सम्भव नहीं।
पेंड़-पौधे 'आक्सीजन(Oxygen)' और न
जाने कितने महत्वपुर्ण वस्तुएं मानव जाति
को निष्पक्ष भाव से प्रदान करती रहती है।
प्रकृति के द्वारा दी गई एक जीव जिसका
नाम 'केंचुआ' है किसान के मित्र कहे जाते
है।
5. प्रकृति का महत्त्व
प्रकृति ने हमें बहुत सारी वस्तुएं ईश्वरीय
वरदान के रूप में प्रदान किया है जैसे-कई
प्रकार के फूल-फल,पक्षियां,पशु,पेड़
पौधे,नदियाँ,समुद्र,पहाड़,झरने,लकड़ी
इत्यादि। ईश्वर ने प्रकृति द्वारा इन मूल्यवान
वस्तुओं का निर्माण मानव के जीवन को
बेहतर बनाने के लिए किया है,इसलिए हमें
इन संपदाओं को नुकसान नहीं पहुँचाना
चाहिए।प्रकृति मानव मन को एक प्रकार की
नई ऊर्जा और उत्साह स्फूर्ति प्रदान करता है।
प्रकृति की वृहद सौंदर्य मानव के लिए
आशीर्वाद है।
अन्त में, चंद महत्वपुर्ण शब्द
अन्त में, चंद महत्वपुर्ण शब्द
अतः हमने देखा कि प्रकृति (Nature) किस
तरह हमारे लिए वरदान है ,इसलिए इसे हमे
हमेशा बचाने की कोशिश करनी चाहिए।
अतः मेरी सभी पाठकों से अनुरोध है कि
कृपया अपने आस पास के वातावरण को
हमेशा साफ और संरक्षित रखे। आप सभी
अपने घरों के आस पास कम से कम पांच
पौधे अवश्य लगाएं और प्रत्येक व्यक्ति कम
से कम दो व्यक्ति को पेड़-पौधे लगाने के लिए अवश्य प्रेरित करें।
।।धन्यवाद।।
।।धन्यवाद।।
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इस प्रकार की महत्वपुर्ण जानकारी मिलती
रहेगी और आगे भी मनोरम कहानियां,महान
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