Knowledge(ज्ञान) A... 2ALL पर आप सभी का स्वागत है।
विश्व एड्स टिका दिवस सर्वप्रथम 18 मई 1997 को 'बिल क्लिंटन' के द्वारा घोषित किया गया और तब से यह हर वर्ष मनाया जाने लगा।
इस वर्ष भी 18 मई 2020 को विश्व एड्स टिका दिवस है।
तो आईये अब हम विश्व एड्स टिका दिवस के बारे मे जाने।
1.महत्व
विश्व एड्स टिका दिवस(World AIDS Vaccine Day) को एचआईवी जागरुकता दिवस(HIV Vaccine Awareness Day) के नाम से भी जाना जाता है।
इस दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को एड्स के प्रति जागरूक करना है और इसके रोकथाम के उपायों को जन जन तक पहुँचाना है।
2.एड्स के बारे मे जानकारी
एचआईवी(HIV) एक वायरस है जिसकी वजह से एड्स(AIDS) नाम का रोग होता है।इस बीमारी से हमारा शरीर कमजोर होने लगता है। यह बीमारी हमारे शरीर के रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बहोत क्षति पहुंचाती है जिससे हमारा शरीर अन्य रोगों से लड़ने की शक्ति भी खो देता है।
एचआईवी का पूरा नाम 'ह्यूमन इम्यूनडिफिस्यंसी वायरस' है।
HIV- Human Immune Deficiency Virus
एड्स का पूरा नाम 'अक्वायर्ड इम्यून डिफिस्यंसी सिन्ड्रोम' है।
AIDS- Acquired Immune Deficiency Syndrome
3.एड्स होने के लक्षण
लम्बे समय तक बुखार रहना, अधिक पसीना आना, अधिक ठंड लगना, कम कार्य करने पर थक जाना, अचानक वजन घटना, उल्टी आना, दस्त होना, खांसी होना, स्वांस लेंने मे समस्या होना, शरीर पर चकते होना।
दूसरों के इन्जेक्शन को खुद लेना या डॉक्टर के द्वारा दिया जाना।
एक एचआईवी ग्रस्त साथी के साथ बिना कंडोम के संभोग करना।
खुले घावों पर एचआईवी संक्रमित रक्त के सम्पर्क में आ जाना।
शिशु को जन्म देते समय माता के द्वारा-यदि माँ एचआईवी से ग्रस्त हो।
दाढ़ी या शेव करते समय किसी ओर के ब्लेड का इस्तेमाल करना।
एचआईवी ग्रसित माँ का अपने शिशु को स्तनपान कराने पर।
5.बचाव
अस्पताल मे रक्त को अच्छी तरह जांच करवाने के बाद ही अपने शरीर पर चढ़वाएं।
उपयोग की हुई इन्जेक्शन का अपने शरीर पर दुबारा इस्तेमाल न करें।
पीड़ित साथी के साथ संभोग न करे।
यदी संभोग करना पड़े तो कंडोम पहनकर करें।
पति-पत्नी यदि सन्तान के लिये संभोग करना चाहते हैं ,तो दोनो पहले एचआईवी की जांच करवा लें और डॉक्टर की बात माने।
एड्स के उपचार मे 'एंटी रेट्रोवाईरल थेरेपी' और दवाईयों का उपयोग किया जाता है। इन दवाओं का मुख्य उद्देश्य एचआईवी के प्रभाव को कम कर शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना है।
हमे जितनी जल्दी हो सके एड्स की जांच करवानी चाहिए और एचआईवी संक्रमित पाये जाने पर जल्द से जल्द चिकित्सक से ईलाज करवाना चाहिए ताकी काफी हद तक एड्स से बचा जा सके।
अन्त में, चंद महत्वपुर्ण शब्द
प्रिय पाठक,आज के समय मे एड्स से संक्रमित लोगों की संख्या भारत मे बहोत कम है,परंतु फिर भी इसे हमे और कम करने की जरूरत है और ऐसा तब हो पायेगा जब हम सब नागरिक अपने कर्तव्य को समझे और लोगों को एड्स के बारे मे और समझायेंगे।
सरकार और डॉक्टर अपनी तरफ से हर सम्भव प्रयास कर रही हैं।
आज भी कई जगहो पर देखा जाता है की एड्स ग्रसित व्यक्ति को हेय दृष्टि से देखा जाता है परंतु ये बहोत गलत है। क्योंकि एड्स किसी के साथ खाना खाने या हाथ मिलाने से नहीं फैलता है।
इसलिए हम आप सभी से आग्रह करते हैं कि एड्स पीड़ितों के साथ सद्भावना और सहानभूति के साथ व्यवहार करें।
।।धन्यवाद।।
प्रिय पाठक,Knowledge(ज्ञान) A...
2ALL पर आप सभी का स्वागत है। यहां पर
इस प्रकार की महत्वपुर्ण जानकारी मिलती
रहेगी और आगे भी मनोरम कहानियां,महान
व्यक्तित्व,महत्वपुर्ण वचन-वाक्य,आत्मोन्नति
आदि बहोत कुछ पर लेख प्रकाशित होती रहेगी।
इसलिये कृप्या अपना साथ बनाए रखें और
लाइक,शेयर,कमेंट (LIKE,SHARE,COM
MENT) करना ना भूलें।
दोस्तों,यदि आपको किसी विषय वस्तु या Topic के बारे मे कोई Article या लेख चाहिए ,तो आप हमे Comment कर बता सकते हैं।
।।धन्यवाद।।
0 Comments